इतिहास
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सालहेवाल का इतिहास
गाँव सालहेवास, तहसील तोशाम, जिला भिवानी, राज्य हरियाणा :-
यहाँ के लुहाच परिवार की निकासी गाँव नाँधा, जिला चरखी दादरी, हरियाणा से है।
सन 1900 ई° में नाँधा के गिद्दा राम (34वीं पीढ़ी)सहपरिवार नाँधा से सालहेवाल आ गये थे।
गिद्दा राम के 4 पुत्र थे जिनमें से दो पुत्र भारतीय सेना में थे।
बड़ा पुत्र खूबी राम आजाद हिन्द फौज में था, देश की आज़ादी की लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर रहने के कारण उनको ब्रिटिश सरकार द्वारा काला-पानी की सजा सुनाई गई थी जो की अंडेमान-निकोबार उपमाहाद्वीप की जैल (Cellular Jail) है। आजादी के क्रन्तिकारी खूबी राम को यहीं पर फांसी की सजा दी गयी थी।
गिद्दा राम का सबसे छोटा बेटा रामरतन भी भारतीय सेना में था। वो राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज था, उसे निशानेबाजी में राष्ट्रीय स्वर्ण पदक हासिल है।
गिद्दा राम के बीच के दोनों पुत्रों का वंशज अब इस गाँव में रह रहा है।
सालहेवाल में लुहाच पीढ़ी की संख्या इस प्रकार है :-
माउंट आबू (अरबूदाँचल पर्वत) से 47वीं
नाँधा से 40वीं
गिद्दा राम से 6वीं